साल भर में चार बार नवरात्रि आती है जिसमे से दो बार गुप्त नवरात्रि होती है साथ ही एक नवरात्रि चैत्र मास और दूसरी नवरात्रि आश्विन मास में आती है। नवरात्रि भी एक त्यौहार की तरह होती है जिसमे नौ दिनों तक माँ दुर्गा के अलग अलग रूपों की पूजा की जाती है। पूजा करने के साथ इन दिनों में उपवास करने का भी बहुत महत्व होता हैं।
नवरात्रि का उपवास करने के बाद अष्टमी के दिन कंजकों के रूप में माता रानी की पूजा की जाती है। साल 2020 में आश्विन मास प्रारम्भ होने ही वाला है और नवरात्रि के पावन दिनों की शुरुआत भी होने वाली हैं। तो आइये अब इस आर्टिकल में जानते हैं की शारदीय नवरात्रि कब से शुरू है।
नवरात्रि 2020 आश्विन मास
2020 आश्विन मास में नवरात्रि का प्रारम्भ 17 अक्टूबर दिन शनिवार से प्रारम्भ होने जा रहे हैं। और यह 24 अक्टूबर को अष्टमी, 25 अक्टूबर को नवमी मनाई जाएगी।
घट स्थापना मुहूर्त
माता रानी के नवरात्रि व्रत के पहले दिन घट स्थापना की जाती है। और घट स्थापना मुहूर्त का समय सुबह 06 बजकर 27 मिनट से 10 बजकर 13 मिनट तक सबसे शुभ रहेगा। साथ ही घट स्थापना के लिए अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। तो आप इस समय में जब चाहे घट स्थापना कर सकते हैं।
नवरात्रि पूजा विधि
- सबसे पहले सुबह समय से उठकर नहा धोकर तैयार होकर साफ़ स्वच्छ वस्त्र पहनने चाहिए।
- उसके बाद माँ दुर्गा की पूजा के लिए सभी जरुरी सामान को एक जगह इक्कठा करके पूजा की तैयारी आरम्भ करना चाहिए।
- फिर उसके बाद माँ दुर्गा की प्रतिमा को लाल कपडे पर विराजमान करें और लाल चुनरी उढ़ायें।
- फिर पूजा के लिए थाली सजाएं।
- उसके बाद एक मिट्टी के पात्र में मिट्टी लेकर जौं के बीज बोएं, और नौ दिनों तक लगातार उनमे पानी दें।
- उसके बाद कलश स्थापना के लिए एक लोटे में पानी लें और उस पर मौली बांधें, फिर उसमे जल भरें और आम के पत्ते लगाकर लाल कपडे में नारियल बांधकर उस पर लगाएं।
- फिर आप यदि अखंड ज्योत जलाना चाहते हैं तो वो भी जला सकते हैं।
- उसके बाद कथा करें, माता की आरती करें ऐसा पूरी नवरात्रि रोजाना करें।
नवरात्रि के अलग अलग दिन की पूजा
माता के नवरात्रि के पूरे नौ दिन माता के अलग अलग रूपों की पूजा होती है तो आइये अब जानते हैं की पहले से लेकर नौवें नवरात्रि तक किन किन देवी के रूपों की पूजा होती है।
माता के नवरात्रि के पहला दिन: 17 अक्टूबर 2020 को पहला नवरात्रि व्रत है माता के नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री का पूजन किया जाता है, इस दिन घट स्थापना भी होती है।
नवरात्रि का दूसरा दिन: 18 अक्टूबर 2020 को दूसरा नवरात्रि व्रत है नवरात्रि का दूसरा दिन माँ बह्मचारिणी का पूजन होता है।
माता के नवरात्रि का तीसरा दिन: 19 अक्टूबर 2020 को तीसरा नवरात्रि व्रत है इस दिन माँ चंद्रघंटा का पूजन होता है।
नवरात्रि का चौथा दिन: 20 अक्टूबर 2020 को चौथा नवरात्रि व्रत है इस दिन माँ कुष्मांडा का पूजन होता है।
माता के नवरात्रि का पांचवां दिन: 21 अक्टूबर 2020 को पांचवां नवरात्रि व्रत है इस दिन माँ स्कंदमाता का पूजन होता है।
नवरात्रि का छठा दिन: 22 अक्टूबर 2020 को छठा नवरात्रि व्रत है इस दिन माँ सरस्वती का पूजन होता है।
माता के नवरात्रि का सातवां दिन: 23 अक्टूबर 2020 को सातवां नवरात्रि व्रत है इस दिन माँ कात्यायनी का पूजन होता है।
नवरात्रि का आठवां दिन: 24 अक्टूबर 2020 को अष्टमी है इस दिन माँ कालरात्रि पूजन और कन्या पूजन होता है।
माता के नवरात्रि का नौवां दिन: 25 अक्टूबर 2020 को राम नवमी है इस दिन महागौरी पूजन, कन्या पूजन, नवमी हवन, नवरात्रि पारण होता है।
तो यह है नवरात्रि व्रत के बारे में सम्पूर्ण जानकारी, यदि आप भी माँ दुर्गा के व्रत करती है तो आपके लिए भी यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है।