शनि देव को न्याय का देवता भी कहा जाता है इसीलिए यह भी माना जाता है की शनि देव व्यक्ति को उसके कर्मो के अनुसार फल देते हैं। जैसे की जो व्यक्ति अच्छे कर्म करता है उस पर शनि देव प्रसन्न होते हैं और उसे अच्छा फल देते हैं वहीँ बुरे कर्मों का फल भी बुरा होता है इसीलिए शनि देव द्वारा उन्हें सजा भी दी जाती है। शनि की कृपा बरसने पर जहां खुशियां बरसने लगती हैं वहीँ शनि दोष होने पर परेशानियां आपका पीछा ही नहीं छोड़ती हैं।
कई लोगो की कुंडली में शनि दोष होता है, शनि ग्रह का भार होता है, शनि की साढ़े साती होती है, वो लोग शनि देव की पूजा करके उन्हें प्रसन्न करते हैं और शनि के दोष को दूर करके शनि की कृपा के लिए प्रार्थना करते हैं। क्योंकि शनि का प्रकोप बहुत भयंकर हो सकता है जो आपको हर तरह से प्रभावित करता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको शनि की पूजा किस तरीके से करनी चाहिए और साढ़े साती की समस्या को दूर करने के लिए आप क्या-क्या कर सकते हैं उसके बारे में बताने जा रहे हैं।
शनि देव की पूजा कैसे की जाती है?
- शनिवार के दिन शनि देव की पूजा का सबसे अधिक महत्व होता है और यह उन्हें प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम दिन होता है ऐसे में आपको शनि देव की पूजा की शुरुआत शनिवार से ही करनी चाहिए।
- सबसे पहले शनिवार के दिन सुबह समय से उठकर नहा धोकर तैयार हो जाना चाहिए और हो सके तो इस दिन काले कपडे पहनने चाहिए।
- उसके बाद यदि आपके घर के आस पास शनि देव का मंदिर है तो उसमे जाकर शनि देव को सरसों के तेल का दीया अर्पित करना चाहिए और हाथ जोड़कर उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
- फिर आपको काले उड़द, लोहे की चीज, नीला कपडा, नीला फूल आदि भी शनि देव को अर्पित करना चाहिए।
- उसके बाद आपको शनि चालीसा, आरती आदि करनी चाहिए आप चाहे तो घर के मंदिर में सरसों के तेल का दीया जलाकर भी शनि चालीसा व् आरती का पाठ कर सकते हैं।
- शनिवार के दिन शनि की पूजा के साथ हनुमान जी की पूजा भी करनी चाहिए और हनुमान जी को केला व् सिन्दूर चढ़ाना चाहिए।
- हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी आपको शनि देव की कृपा मिलने में मदद मिलती है इसीलिए शनि चालीसा के साथ हनुमान चालीसा का भी पाठ करें।
- शनि के दोष को टालने के लिए शनिवार के दिन काले कपड़ों, काली उड़द आदि का दान करना बहुत शुभ माना जाता है।
- शनिवार के दिन पीपल या बरगद के पेड़ पर भी जल चढ़ाना चाहिए और दीया अर्पित करना चाहिए।
साढ़े साती से बचाव के उपाय?
कई लोगो की कुंडली में शनि दोष होता है, साढ़े साती का दोष होता है, ऐसे में उन लोगो को शनि के बुरे प्रभाव के लिए उपाय करने चाहिए ताकि शनि दोष से वह व्यक्ति मुक्त हो सकें। साथ ही ऐसा माना जाता है की शनि देव सबके अच्छे बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं और उसी अनुसार आपको फल भी देते हैं यदि वह आपसे प्रसन्न है तो बहुत अच्छी बात है।
लेकिन यदि वह आपसे प्रसन्न नहीं है तो आपको शारीरिक, मानसिक, आर्थिक आदि हर तरीके की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अच्छा है की शनि देव आप पर प्रसन्न ही रहें। आइये अब आगे हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जो आपको शनि की साढ़े साती से बचने में मदद करते हैं।
घर में लगाएं शमी का पेड़
यदि आप साढ़े साती की समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो आपको अपने घर या घर के पास शमी का पेड़ लगाना चाहिए। क्योंकि ऐसा माना जाता है की शनि देव शमी के पेड़ पर विराजमान रहते हैं। उसके बाद आपको रोजाना सुबह शाम शमी के पेड़ की पूजा करनी चाहिए ऐसा करने से शनि देव आप पर प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा आप पर बनी रहती है।
शनि पूजा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार के दिन शनि देव को सरसों के तेल का दीया व् काले तिल अर्पित करने और शनि चालीसा व् शनि आरती का पाठ पूरे श्रद्धा भाव से करने पर आपको शनि की साढ़े साती से बचे रहने में मदद करते हैं।
शिव पूजा
शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए शिव पूजा का भी बहुत अधिक महत्व है इसीलिए ऐसा भी माना जाता है की शिव पूजा करने से साढ़े साती के प्रभाव से भी निजात मिल जाता है। ऐसे में आपको शिव चालीसा पढ़नी चाहिए, शिव आरती करने के साथ महामृत्युंजय का पाठ भी शनिवार के दिन जरूर करना चाहिए।
हनुमान जी की पूजा
शनि देव को प्रसन्न करने के एक तरीका यह भी है की आप हनुमान जी को खुश रखें क्योंकि धार्मिक ग्रंथों में लिखा है की एक बार शनि देव जी ने हनुमान जी हो वचन दिया था की वह हनुमाना जी के भक्तों को परेशान नहीं करेंगे। ऐसे में नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी आपको शनि के दोष से मुक्ति पाने में मदद मिलती है।
पीपल की पूजा
शनिवार के दिन आपको पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाकर परिक्रमा करनी चाहिए साथ ही सरसों के तेल का दीया भी जलाना चाहिए ऐसा करने से भी शनि दोष से मुक्ति पाने में मदद मिलती है।
प्रदोष व्रत रखें
महीने में दो बार प्रदोष व्रत आता है और यह व्रत रखने और पूरे भाव के साथ इस दिन भोलेबाबा की आराधना करने से साढ़े साती से बचे रहने में मदद मिलती है और शनि के बुरे प्रभाव से बचे रहने में आपको मदद मिलती है।
दान करें
साढ़े साती के प्रभाव से मुक्त होने के लिए आप शनिवार के दिन काले कपडे, काले तिल, लोहे का बर्तन, उड़द की दाल आदि का दान करें, जरूरतमंद की मदद करें। और जरूरतमंद की मदद केवल शनिवार को ही नहीं जब भी आपको मौका मिले तभी करें ऐसा करने से शनि की कृपा आप पर बरसती है।
शनि के नाम का जाप करें
शनि दोष से मुक्ति के लिए शनिदेव के इन दस नामों का जाप करें शनिवार के साथ हो सके तो रोजाना करें। क्योंकि ऐसा करने से ही व्यक्ति को कार्यों में सफलता भी मिलती है। शनिदेव के नामों का कम से कम 108 बार जप करें। नाम इस प्रकार हैं कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद, पिप्पलाश्र।
चीटियों को यह डालें
शनि कृपा पाने के लिए शनिवार के दिन काले तिल, आटा, शक्कर आदि तीनों चीजों को मिलाकर चीटियों को खिलाना चाहिए। ऐसा करने से भी आपको पुण्य मिलता है।
बंदरों को यह खिलाएं
शनिवार के दिन बंदरों को गुड़ चना खिलाने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और जब हनुमान जी प्रसन्न होते हैं तो शनि देव की कृपा भी आप पर बरसती है। गुड़ चना खिलाने के साथ आप केले भी खिला सकते हैं क्योंकि केले बंदरों को बहुत पसंद होते हैं।
घोड़े की नाल की अंगूठी
शनि देव से संबंधित बाधाओं से मुक्ति पाने और उनकी सही दृष्टि आप पर रहे इसके लिए आपको काले घोड़े की नाल या नाव की कील से अंगूठी बनाकर अपनी मध्यमा उंगली में शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय धारण करनी चाहिए।
तो यह हैं शनि देव की पूजा करने की विधि और साढ़े साती की समस्या से बचने के कुछ अहम उपाय, यदि आप भी चाहते हैं की आप पर भी शनि की कृपा हमेशा बनी रहे तो आप भी शनिवार के दिन शनि देव की पूजा आराधना सच्चे मन से कर सकते हैं। ऐसा करने से शनि सेव आप पर जरूर प्रसन्न होंगे और उनकी कृपा आपके और आपके परिवार पर सदा बनी रहेगी।