Gupt Navratri February 2022, पुरे साल में गुप्त नवरात्री दो बार आती है। एक माघ में और एक आषाढ़ में। २ फरवरी २०२२ को शुरू होने वाली ये पहली गुप्त नवरात्री होगी। इस नवरात्री को गुप्त नवरात्री इसलिए कहते हैं क्यों की ये आम गृहस्त में ये नवरात्री को नहीं मनाते हैं न पूजा पाठ करते हैं। कई लोग मनाते भी है जिनको सिद्धि प्राप्त करने होते हैं या जिनको किसी मनोकामना की पूर्ति करने होते है।
गुप्त नवरात्री आमतौर पर साधकों और तांत्रिक के बीच प्रचलित है। वैसे ग्रंथों और कथाओं से मालूम होता है कि प्राचीन काल में गुप्त नवरात्रि ही अधिक प्रचलन में था क्योंकि उन दिनों लोगों में भौतिक सुखों की चाहत कम थी। लोग मुक्ति और अलौकिक शक्तियों की चाहत अधिक रखते थे। इसलिए पुराने जमाने में ये नवरात्री सबसे ज्यादा महत्त्व था। क्यों की उस समय शक्ति की उपासना लोग ज्यादा करते थे।
आजकल के लोग भौतिक और सांसारिक सुखों की चाहत रखते हैं इसलिए शारदीय और चैत्र नवरात्रि अधिक प्रचलित है। जिन्हें प्रकट नवरात्रि कहते हैं। प्रकट नवरात्रि में देवी की साधना उपासना से सांसारिक कामनाओं और सुखों की प्राप्ति होती है। है।
फरवरी महीने में २ तारीख से गुप्त नवरात्रि का आरंभ हो रहा है और यह 10 फरवरी २०२२ को समाप्त होगा। इस गुप्त रात्रि में द्वितीया तिथि का क्षय हो गया है इसलिए 2 तारीख को ही प्रतिपदा और द्वितीय होने से देवी प्रथम स्वरूप शैलपुत्री और ब्रह्मचारिणी देवी की पूजा होगी।
गुप्त नवरात्रि का मुहूर्त
प्रतिपदा तिथि 2 तारीख को सुबह 8 बजकर 32 मिनट तक है इसके बाद द्वितीय तिथि लग जाएगी। इसलिए सुबह 8 बजकर 30 मिनट तक जो लोग कलश बैठाना चाह रहे हैं वह कलश बैठा सकते हैं।
गुप्त नवरात्रि योग संयोग
२ फरवरी शाम 5 बजकर 32 मिनट तक धनिष्ठा नक्षत्र का शुभ प्रभाव बना रहेगा। गुप्त नवरात्रि के अवसर पर वरियन योग और बव करण भी प्रभाव में रहेगा। इस पर शुभ संयोग यह भी है कि गुप्त नवरात्रि का आरंभ बुधवार को हो रहा है। गुप्त नवरात्रि पूरे 9 दिनों की रहेगी। ऐसे में जो जो साधक इस नवरात्री को कर रहे हैं काफी फलदाई होगा। ये नवरात्री बहुत ही शुभ संयोग में हो रहा है।
२ फरवरी माघ महीने में शुरू होने वाले गुप्त नवरात्री की महत्वपूर्ण तिथियां।
- गुप्त नवरात्रि आरंभ 2 फरवरी 2022
- गुप्त नवरात्रि समाप्त 10 फरवरी 2022
- गुप्त नवरात्रि पारण 11 फरवरी 2022
- कलश स्थापना समय सुबह 8:30 मिनट पर
- गुप्त नवरात्र आरंभ धनिष्ठा नक्षत्र में
- गुप्त नवरात्रि में तंत्र मंत्र साधन उत्तम
अगर आप भी किसी मनोकामना या सिध्दि के लिए इस गुप्त नवरात्री को करना चाहते हैं तो कर सकते हैं। आपकी मनोकामना पूर्ण होगी।