जब भी हम कोई शुभ काम करते हैं तो उसके पहले अकसर अपने पंडित या किसी अन्य ज्ञानी व्यक्ति से सलाह जरूर लेते हैं। ताकि जो भी शुभ काम आप करने जा रहे हैं उस शुभ काम से आपको शुभ फल की प्राप्ति हो। जैसे की यदि नया व्यापार शुरू करने जा रहे हैं तो आपके व्यापार में तरक्की हो, घर में शादी है तो शादी के दौरान कोई अड़चन नहीं आये नए जोड़े का जीवन खुशहाल रहे, आदि।
और कुछ लोग तो हर काम करने पहले शुभ समय, शुभ दिन, आदि का ध्यान रखते हैं। क्योंकि उनका मानना होता है की शुभ समय में काम करने से उस काम को सफलता मिलती है। साथ ही यदि उन कामों को यदि शुभ दिन या समय पर नहीं किया जाता है तो वो काम आपको फलता भी नहीं है। तो आइये अब इस आर्टिकल में जानते हैं की शुभ काम किन दिनों में नहीं करने चाहिए।
देवशयन समय में
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी से लेकर कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तक देव शयन करते हैं ऐसे में इस दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य जैसे की विवाह, गृहारम्भ, जनेऊ संस्कार काम नहीं करना चाहिए।
पितृ पक्ष
पितृ पक्ष के दौरान किसी भी तरह के शुभ काम को करना वर्जित माना जाता है इस दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य को न करने के साथ किसी भी चीज की खरीदारी आदि भी नहीं करनी चाहिए, नए वस्त्र नहीं पहनने चाहिए।
होलाष्टक
होली से आठ दिन पहले के समय को होलाष्टक कहा जाता है और यह समय किसी भी शुभ काम के लिए वर्जित होता है ऐसे में इन दिनों में किसी भी तरह के शुभ काम को नहीं करना चाहिए।
सूतक और शावड़ के दिनों में
जब घर में कोई बच्चा जन्म लेता है, घर में कोई मर जाता तो उस समय कहा जाता है की घर में सूतक लग गया है शावड़ लग गया है। और जब ऐसा हो जाता है तो इन दिनों में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है किसी भी तरह का शुभ काम इन दिनों में वर्जित होता है और उसके बाद घर में हवन होने के बाद जब शुद्दिकरण होता है फिर आप शुभ काम कर सकते हैं।
पंचक में
पंचक के दिनों में भी किसी भी तरह का शुभ काम नहीं करना चाहिए क्योंकि इन दिनों में कोई भी शुभ काम शुरू करने से या कोई शुभ काम करने से उस काम का फल आपको नहीं मिलता है ऐसे में इन दिनों में भी आपको शुभ काम को करने से बचना चाहिए।
तो यह हैं कुछ दिन जब आपको शुभ काम करने से बचना चाहिए, यदि आप इन दिनों में कोई भी शुभ काम करते हैं तो वह काम आपको फलता नहीं है। इसके अलावा आपको कोई भी शुभ काम करने से पहले एक बार पंडित की राय लेनी चाहिए ताकि आपको सही और शुभ समय को जानने में मदद मिल सकें।