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Basant Panchami, वसंत पंचमी 5 फरवरी 2022 का पंचांग और मुहूर्त, सरस्वती पूजन विधि

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Basant Panchami 2022 Muhurth and Panchang in Hindi : वसंत पंचमी 5 फरवरी 2022 का पंचांग  : माघ मास, शुक्ल पक्ष की पंचमी, नक्षत्र : उत्तर भाद्रपद 04:09 PM तक उसके बाद रेवती।  दिन शनिवार,  5 फरवरी 2022 को सुबह 3 बजकर 47 मिनट से शुरू होगी, जो कि अगले दिन 6 फरवरी, रविवार सुबह 03 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी. बसंत पंचमी की पूजा सूर्योदय के बाद और पूर्वाह्न से पहले की जाती है। 

वसंत पंचमी के दिन होता है अबूझ मुहूर्त। 

बसंत पंचमी का दिन शादी विवाह के लिहाज से बहुत ही शुभ माना जाता है।  इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है।  यानी बसंत पंचमी के दिन कोई भी विवाह बगैर किसी संशय के किया जा सकता है।  आपको इसके लिए किसी ज्योतिषाचार्य से शुभ मुहूर्त निकलवाने की जरूरत नहीं होती। वसंत पंचमी के दिन रिश्ते लेने देने के लिए लोग जाते है। 

शुभ मुहूर्त वसंत पंचमी के दिन शुभ कार्य करने के लिए 

अभिजीत मुहूर्त 11:50 AM से 12:34 PM तक 

रवि योग : 04:09 PM से 06:39 AM, Feb 06 तक 

शुभ कार्य के लिए उत्तम समय है। 

अशुभ समय कब से कब तक है 

राहुकाल 09:25:51 से 10:49:01 तक, इस समय आप  किसी भी शुभ कार्य नहीं करें। सरस्वती पूजन भी इस समय नहीं करें। आप आगे पीछे कर लें। राहुकाल में ना शुभ कार्य करने हैं ना सरस्वती स्थापना करने हैं। 

ऐसे करें सरस्वती पूजन वसंत पंचमी को सरस्वती पूजन विधि

बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने के लिए सबसे पहले जगह को साफ कर लें।  फिर मां सरस्वती की प्रतिमा या तस्वीर रखें. इसके बाद कलश स्थापित करें. सबसे पहले भगवान गणेश का नाम लेकर पूजा करें।  मां  सरस्वती की पूजा करते समय सबसे पहले उन्हें आचमन करें। माता को पीले रंग के फूल अर्पित करें।  माला और सफेद कपड़े पहनाएं। फिर मां सरस्वती का पूरा श्रृंगार करें।  माता के चरणों पर गुलाल अर्पित करें।  सरस्वती मां पीले फल या फिर मौसमी फलों के साथ-साथ बूंदी चढ़ाएं।  अगर आप विद्यार्थी है तो आप अपने पुस्तक और नोटबुक आदि को माँ के चरणों के पास रखें। कलम की पूजा करें। और माँ सरस्वती से आशीर्वाद लें ताकि आपको बल बुद्धि विद्या मिले। आप आगे बढ़ें खुशहाल रहें।